बुधवार, 21 जनवरी 2009

ओबामा त्रिशूल

ओबामा है जप रहा , अब तो सारा देश.
जैसे वे ही हरेंगे, अपना सारा क्लेश.

कल तक चमड़ी श्वेत थी, और काला था राज.
हो गए दोनों एक से, फिर भी करते नाज.

सिंहासन पर बैठकर, काग सुनाता मंत्र.
दुनिया का सुख छीनकर, हँसता है जनतंत्र

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